Personality Development Tips in Hindi – आत्म केन्द्रित पर्सनालिटी

दोस्तों आज आपके लिए personality development tips in hindi के बारे में पोस्ट लिख्र रहे है. आइये पहले जानते है की What is self centered – आत्म केन्द्र क्या है?

आत्म केन्द्रित व्यक्तित्व – Self Centered personality

आत्म केंद्र क्या है (What is self centered personality?) क्या आप जानते है या शायद इसका उत्तर पता नहीं है, परन्तु कुछ लोग इससे अनभिज्ञ रहते हैं वह जानते ही नहीं की आत्म केंद्र क्या है, लेकिन यदि आप इसे समझे तो आप स्वयं ही इसका केंद्र है और आत्म केन्द्रित का स्पष्ट रूप मनुष्य का स्वार्थ है जो अधिकतर प्राणि

Self Centered Personalityयों के जीवन मूल्यों को नष्ट कर सकता है. परन्तु हम विकास, आत्म-ज्ञान, परिपक्वता व परिपूर्णता की विधियों को स्पष्ट रूप से देखें तो हमें उसके केंद्र में आत्म केन्द्रीयता ही मिलेगी. इसमें बहुत कम सुरक्षा, मार्गदर्शन, बुद्धि या शक्ति होती है ये आत्म के सिमित केंद्र कहलाते हैं.

जैसे कोई मृत सागर सिर्फ लेना जनता है परन्तु दुसरो को कुछ दे नहीं सकता. परन्तु जब सार्थक रूप से दूसरो के प्रति मन में सेवा भावना हो और अपने कार्यो से उत्पादन एवं योगदान और करने की क्षमता रखते हो, ये वो आत्म केंद्र है जिनके माध्यम से ज्यादातर लोग अपना जीवन यापन करते है. अधिकतर देखा होगा की कैसे हम किसी दूसरे व्यक्ति के जीवन का आंकलन कर लेते हैं परन्तु अपना खुद का नहीं कर पाते.

हमने देखा होगा की कई बार कई मनुष्य अपने सभी संबंधों के ऊपर सिर्फ अपने धन वैभव को ही सर्वोच्च मानते हैं और कई अपने नकारात्मक रिश्ते में स्वयं को सही साबित करने में अपनी ऊर्जा खर्च करते हैं उन्हें लगता है की वही सही हैं तो इस प्रकार यदि हम देखें तो हमें उस केंद्र का पता चलता है जिससे यह व्यवहार उत्पन्न होता है. –

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